किसी के टेबल पे 400 रुपये की थाली और किसी के हाथो मे 1 रोटी
फिर भी कहते हो के ये दुनिया बड़ी हसीन है
कोई पीता है मिनरल वॉटर और कोई गटर का पानी
फिर भी कहते हो ये दुनिया बड़ी हसीन हैं
पाल रखे है अनगिनत विदेशी कुत्ते किसीने और कोई अपनी रात काटता है कुत्तों के बगल मे सोके
फिर भी कहते हो ये दुनिया बड़ी हसीन है
आज में रोया जी भर के क्यूंकी मेरे पिता ने मुझे 100 रुपये देने से मना कर दिया लेकिन मेरी गली के भिखारी का बच्चा रोया क्यूंकी उसको खाना नहीं मिला
फिर भी कहते हो ये दुनिया हसीन है
बचपन से सिखाया भगवान सबके पेट भरता है ताकि उसकी दुनिया सलामत रहे लेकिन फिर भी मरते हैं लाखों लोग भुखमरी से
फिर भी कहते है दुनिया हसीन है
थू है साला ऐसी दुनिया पे और उसके भगवान पे ..
फिर भी कहते हो के ये दुनिया बड़ी हसीन है
कोई पीता है मिनरल वॉटर और कोई गटर का पानी
फिर भी कहते हो ये दुनिया बड़ी हसीन हैं
पाल रखे है अनगिनत विदेशी कुत्ते किसीने और कोई अपनी रात काटता है कुत्तों के बगल मे सोके
फिर भी कहते हो ये दुनिया बड़ी हसीन है
आज में रोया जी भर के क्यूंकी मेरे पिता ने मुझे 100 रुपये देने से मना कर दिया लेकिन मेरी गली के भिखारी का बच्चा रोया क्यूंकी उसको खाना नहीं मिला
फिर भी कहते हो ये दुनिया हसीन है
बचपन से सिखाया भगवान सबके पेट भरता है ताकि उसकी दुनिया सलामत रहे लेकिन फिर भी मरते हैं लाखों लोग भुखमरी से
फिर भी कहते है दुनिया हसीन है
थू है साला ऐसी दुनिया पे और उसके भगवान पे ..